छिबरामऊ 5 मई, 2025 :छिबरामऊ के तालग्राम तिराहे पर स्थित एसबीआई बैंक के एटीएम से एक बेहद चौकाने वाली घटना सामने आई है (atm chori chhibramau talgram tiraha sbi)। एक महिला जब अपने निजी कार्य से पैसे निकालने एटीएम पहुंची, तब कुछ ऐसा हुआ जिसकी उसने कल्पना तक नहीं की थी। यह कोई आम ठगी नहीं थी, बल्कि एक सुनियोजित साजिश थी, जिसमें ठगों ने चालाकी से महिला का एटीएम कार्ड बदलकर उसके खाते से 80,000 रुपये निकाल लिए।

यह मामला न केवल एक महिला के साथ धोखाधड़ी का है, बल्कि यह पूरे छिबरामऊ के ATM सिस्टम की सुरक्षा पर भी बड़ा सवाल खड़ा करता है।
कैसे हुआ पूरा घटनाक्रम – जानिए हर पल की कहानी
घटना 2 मई 2025 को दोपहर के करीब 12:30 बजे की है। एक महिला, जिनकी पहचान गोपनीय रखी जा रही है, छिबरामऊ के तालग्राम तिराहे पर स्थित एसबीआई एटीएम में पैसे निकालने पहुंची। सब कुछ सामान्य लग रहा था। महिला ने जैसे ही अपना एटीएम कार्ड मशीन में डाला और पिन एंटर करने लगी, उसी वक्त तीन युवक अचानक एटीएम के अंदर घुस आए।
तीनों युवक युवाओं की तरह सामान्य दिख रहे थे, लेकिन उनका इरादा बेहद खतरनाक था। उन्होंने महिला को बातचीत में उलझाया, पिन चुपचाप देख लिया और झपट्टे में महिला का कार्ड किसी पुराने कार्ड से बदल दिया, जो एकदम असली जैसा दिख रहा था। महिला कुछ समझ पाती, उससे पहले तीनों फरार हो गए।
महिला को पहले तो कुछ भी संदेह नहीं हुआ, लेकिन जैसे ही उसने ट्रांजैक्शन की रसीद देखी, वह चौंक गई। पैसे नहीं निकले थे, लेकिन कार्ड अब उसका नहीं था।
ATM से दूर जाकर निकाले गए 80,000 रुपये
ठगों ने कार्ड एक्सचेंज करने के बाद, पास के किसी अन्य एटीएम से तुरंत 80,000 रुपये निकाल लिए। बैंक स्टेटमेंट से इस बात की पुष्टि हुई कि ट्रांजैक्शन महिला द्वारा नहीं, बल्कि किसी और जगह से की गई थी।
महिला पहुंची थाने, लेकिन मिला सिर्फ आश्वासन
घटना से सदमे में आई महिला ने तुरंत छिबरामऊ महिला थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। एफआईआर तो दर्ज कर ली गई, लेकिन अब तक – यानी 3 दिन बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। न ही पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज निकाली, और न ही बैंक प्रबंधन ने कोई सक्रिय कदम उठाया।
यह भी जानने में आया है कि बैंक के एटीएम में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे, और यदि पुलिस व बैंक चाहते, तो इन लड़कों की पहचान अब तक हो सकती थी।
लोगों में बढ़ रही नाराजगी, पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल
स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर भारी नाराजगी है। कई लोगों का कहना है कि छिबरामऊ में यह पहली घटना नहीं है। ऐसी ही घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, और अब यह साफ तौर पर कहा जा सकता है कि कोई ATM ठग गिरोह इस क्षेत्र में सक्रिय है, जो भोले-भाले लोगों को शिकार बना रहा है।
एक स्थानीय निवासी रामपाल यादव ने बताया, “मेरे भतीजे के साथ भी इसी तरह की घटना हुई थी कुछ महीने पहले। लेकिन तब भी पुलिस ने सिर्फ रिपोर्ट लिखी और फिर सब चुप।”
क्या छिबरामऊ बनता जा रहा है ATM ठगों का गढ़?
इस घटना ने छिबरामऊ के ATM सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या हमारे बैंक और पुलिस तंत्र इतने कमजोर हो चुके हैं कि ठग बेखौफ होकर वारदात कर जाते हैं और पकड़े तक नहीं जाते?
विशेषज्ञों का मानना है कि साइबर क्राइम और ATM फ्रॉड के मामले अब केवल बड़े शहरों तक सीमित नहीं हैं। छोटे कस्बों और शहरों में यह गिरोह ज्यादा सक्रिय हो रहे हैं क्योंकि वहां की सुरक्षा व्यवस्था अपेक्षाकृत ढीली होती है।
ATM में सावधानी ज़रूरी – जानिए क्या करें और क्या न करें
ऐसे मामलों से बचने के लिए आम जनता को जागरूक रहना बेहद जरूरी है। कुछ जरूरी सुझाव निम्नलिखित हैं:
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ATM में अकेले जाएं और दरवाजा बंद कर लें।
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पिन एंटर करते समय कीपैड को हाथ या पर्स से ढकें।
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किसी अनजान व्यक्ति से मदद न लें, चाहे वह कितना भी मददगार लगे।
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अगर कोई व्यक्ति बातों में उलझाने की कोशिश करे, तो तुरंत ATM छोड़ दें और सतर्क हो जाएं।
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ट्रांजैक्शन के बाद कार्ड को अच्छी तरह जांच लें कि वह वही है या बदल दिया गया है।
बैंक और पुलिस को जिम्मेदारी लेनी होगी
अब जब यह साफ हो गया है कि घटना के समय ATM में CCTV फुटेज मौजूद है, तो पुलिस और बैंक प्रबंधन की जिम्मेदारी है कि जल्द से जल्द आरोपी युवकों को गिरफ्तार किया जाए। यदि ऐसा नहीं होता है, तो यह अपराधियों के हौसले और बढ़ा देगा।
क्या यह सुस्ती एक और बड़े फ्रॉड को न्योता दे रही है? क्या अगली बार कोई और निर्दोष आम नागरिक इसी जाल में फंस जाएगा?
सरकार और प्रशासन से सवाल – कब तक सहते रहेंगे लोग?
आज नहीं तो कल, यही ठग किसी और को शिकार बनाएंगे। कब तक लोग ATM में जाते समय डरेंगे? क्या आम नागरिक का बैंक में पैसा भी अब सुरक्षित नहीं है?
अगर समय रहते इस तरह के मामलों पर सख्ती नहीं दिखाई गई, तो छिबरामऊ जैसे छोटे शहर भी अपराधियों के लिए स्वर्ग बन जाएंगे।
ये सिर्फ एक महिला की कहानी नहीं है… ये चेतावनी है हम सबके लिए
यह घटना सिर्फ एक पीड़िता की नहीं है, बल्कि हम सभी की आंखें खोलने वाली घटना है। आज वो महिला शिकार बनी, कल कोई और बन सकता है। ATM में सतर्कता आपकी सबसे बड़ी सुरक्षा है।
पुलिस और बैंक को चाहिए कि वे जल्द से जल्द आरोपियों को पकड़े और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए कड़े कदम उठाए। क्योंकि अगर ऐसा नहीं हुआ, तो अपराधियों के हौसले बुलंद होते रहेंगे और आम आदमी का बैंक पर से भरोसा उठ जाएगा। क्या आपने कभी ऐसी किसी वारदात का सामना किया है (atm chori chhibramau talgram tiraha sbi)? या किसी जानने वाले के साथ ऐसा हुआ है? नीचे कमेंट करके जरूर बताएं और दूसरों को भी जागरूक करें।
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।