Chhibramau 23-April-2025: 21 अप्रैल 2025 की रात, छिबरामऊ के तालग्राम तिराहे पर कुछ ऐसा हुआ जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी।
रात करीब 11 बजे, अचानक तिराहे पर लगे बड़े-बड़े प्रचार पोस्टर अचानक ज़मीन पर गिरे हुए पाए गए (CCTV Talgram tiraha Chhibramau)।
लोगों को पहले लगा कि शायद हवा से गिर गए होंगे, लेकिन जब पास जाकर देखा गया तो साफ़ नज़र आया कि पोस्टरों के खंभे किसी भारी वाहन की टक्कर से टूटे थे।

अब असली सवाल ये था –
“किसने मारी टक्कर?”
“कौन था वो रहस्यमयी वाहन वाला?”
“और क्यों भाग गया बिना कुछ बताए?”
🔍 सुराग ढूंढने की कोशिश – लेकिन CCTV ही नहीं था!
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग और कुछ दुकानदार मौके पर पहुंचे। कुछ ने पुलिस को सूचना भी दी, लेकिन जब पुलिस ने पूरे तिराहे का मुआयना किया तो एक बहुत बड़ा झटका लगा –
“तिराहे पर एक भी CCTV कैमरा नहीं लगा था!”
यानी न तो टक्कर करने वाला दिखा,
न ही गाड़ी का नंबर पता चला,
और न ही ये समझ आ सका कि यह जानबूझकर किया गया था या कोई दुर्घटना थी।
🧍 स्थानीय लोगों में डर और चिंता का माहौल
छोटे कस्बों और तिराहों पर CCTV (CCTV Talgram tiraha Chhibramau) की मौजूदगी अब बहुत ज़रूरी हो गई है, क्योंकि:
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दिन में यहां बच्चों से लेकर बूढ़े तक आते-जाते हैं
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रात में कई लोग शराब पीकर गाड़ी चलाते हैं
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कई बार आपराधिक तत्व मौके का फायदा उठाकर भाग जाते हैं
इस घटना के बाद लोगों में ये डर और गहरा गया कि अगर कल को कोई बड़ा हादसा हुआ या कोई आपराधिक घटना, तो हम कुछ भी साबित नहीं कर पाएंगे।
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📢 चेयरमैन की तेज़ कार्रवाई – CCTV अब होगा हर आंख पर पहरेदार
इस घटना के ठीक दो दिन बाद, नगर पालिका चेयरमैन श्री मनोज दुबे ने एक बड़ा फैसला लिया।
उन्होंने आदेश दिया कि तालग्राम तिराहे पर तुरंत CCTV कैमरे लगाए जाएं।
उनके इस फैसले से लोगों को राहत की सांस मिली।
काम को गंभीरता से लेते हुए, अगले ही दिन इलेक्ट्रिशियन और टेक्नीशियन बुलाकर तिराहे पर 4 हाई-रेज़ोल्यूशन कैमरे लगाए गए जो:
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360 डिग्री व्यू में काम करते हैं
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दिन और रात दोनों समय क्लियर फुटेज देते हैं
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एक हफ्ते तक का रिकॉर्ड सेव रखते हैं
📌 रियल लाइफ से उदाहरण – जब CCTV ने खोला राज
आपको याद होगा, पिछले साल कन्नौज के बिल्हौर इलाके में एक चोरी की वारदात हुई थी। चोर रात में एक दुकान से लाखों का सामान चुरा कर भाग गया था।
शुरू में कोई सुराग नहीं मिला, लेकिन दुकान के सामने लगे CCTV फुटेज से पूरी वारदात सामने आ गई।
चोर की गाड़ी, चेहरा और भागने की दिशा सब कैद हो गया और दो दिन के अंदर पुलिस ने उसे गिरफ़्तार कर लिया।
यानी CCTV अब गवाह भी है, और सबूत भी।
🔦 इस रहस्यमयी टक्कर का क्या होगा आगे?
हालांकि अब तिराहे पर CCTV लग गया है, लेकिन 21 अप्रैल की रात को हुई टक्कर की गुत्थी अभी भी नहीं सुलझी है।
न कोई चश्मदीद मिला, न कोई गाड़ी दिखी, और न ही कोई सामने आया।
कुछ लोगों का मानना है कि यह कोई नशे में धुत ट्रक ड्राइवर रहा होगा,
कुछ का कहना है कि यह जानबूझकर पोस्टर हटाने की साज़िश भी हो सकती है।
अब सवाल उठता है –
क्या ये एक छोटी सी दुर्घटना थी या इसके पीछे कोई बड़ी चाल थी?
📈 क्या सीखा हमने इस घटना से?
इस पूरी घटना ने हमें एक अहम बात सिखाई –
“सुरक्षा सिर्फ पुलिस की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि तकनीक से भी मिलती है।”
आज के समय में हर चौराहे, तिराहे और भीड़भाड़ वाले इलाके में CCTV का होना बेहद ज़रूरी हो गया है, क्योंकि:
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ये घटनाओं को रिकॉर्ड करता है
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अपराधियों को डराता है
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और असली गुनहगारों को बेनकाब करता है
🗣️ स्थानीय लोगों की राय क्या है?
हमने कुछ स्थानीय दुकानदारों और लोगों से बात की।
रामबाबू, जो तिराहे पर पान की दुकान चलाते हैं, कहते हैं:
“भैया, अब चैन मिला है… पहले डर लगता था रात में दुकान बंद करके जाने में। अब कम से कम कैमरे से कुछ तो सबूत मिलेगा।”
वहीं राहुल यादव, एक छात्र, कहते हैं:
“ये काम तो पहले ही हो जाना चाहिए था। अगर कैमरा पहले से होता, तो जो गाड़ी टक्कर मार के भागी, उसका नंबर मिल जाता।”
कैमरा नहीं, तो सुरक्षा नहीं!
छिबरामऊ के तालग्राम तिराहे की ये रहस्यमयी घटना भले ही अभी तक नहीं सुलझी, लेकिन इसने एक बड़ा बदलाव ज़रूर ला दिया।
अब कैमरे वहां हर आते-जाते को अपनी निगरानी में रखेंगे।
हो सकता है कि अगली बार कोई टक्कर हो तो उसका चेहरा, गाड़ी और मंशा – तीनों कैमरे में कैद हों।
और सबसे बड़ी बात –
जो अपराधी समझते हैं कि अंधेरे में सब छुप जाएगा, उन्हें अब रोशनी से डर लगने लगेगा।अगर आपको ये रिपोर्ट पसंद आई हो, तो इसे ज़रूर शेयर करें –
क्योंकि हो सकता है, आपके मोहल्ले का अगला तिराहा अभी भी कैमरों से खाली हो…