
Chhibramau 19 December 2024: छिबरामऊ के पश्चिमी बाईपास (Chhibramau divider paschimi bypass) से मुख्य मार्ग तक डिवाइडर निर्माण का कार्य नगर पालिका द्वारा शुरू किया गया है। यह कदम जाम की समस्या से जूझ रहे स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकता है। वर्षों से, छिबरामऊ के मुख्य मार्ग पर वाहनों की भीड़ और जाम ने राहगीरों का जीना मुहाल कर रखा था। अब, नगर पालिका अध्यक्ष मनोज दुबे के नेतृत्व में इस समस्या को हल करने का प्रयास किया जा रहा है।

डिवाइडर निर्माण: क्यों है यह इतना महत्वपूर्ण?
छिबरामऊ का मुख्य मार्ग शहर की धड़कन है। बाजार, स्कूल, दफ्तर, और अस्पताल सब इसी मार्ग पर स्थित हैं। लेकिन, बढ़ती ट्रैफिक और सड़क किनारे अवैध पार्किंग ने यहां जाम को रोजमर्रा की समस्या बना दिया।
पालिका अध्यक्ष मनोज दुबे का कहना है, “डिवाइडर के निर्माण से केवल यातायात की समस्या हल नहीं होगी, बल्कि यह सड़क दुर्घटनाओं को भी कम करेगा। मुख्य मार्ग पर अक्सर लोग गलत दिशा में गाड़ी चलाते हैं, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। डिवाइडर बनने से यह समस्या खत्म हो जाएगी।”
डिवाइडर का निर्माण: कहां और कैसे?
नगर पालिका ने सबसे पहले सौरिख तिराहा तिरंगा पार्क से शनि मंदिर तक डिवाइडर का निर्माण कराया था। इस प्रयास की सफलता के बाद, पूरे मुख्य मार्ग पर डिवाइडर बनाने का निर्णय लिया गया।
डिवाइडर को डेढ़ फीट ऊंचा और मजबूत सीमेंट से बनाया जा रहा है। जहां सड़क की चौड़ाई कम है, वहां अस्थायी डिवाइडर लगाए जाएंगे ताकि यातायात में बाधा न आए।
लोगों की प्रतिक्रिया: राहत और उम्मीद
स्थानीय निवासी इस पहल से बेहद खुश हैं। राजेश वर्मा, जो रोज़ाना इस मार्ग से गुज़रते हैं, बताते हैं, “पहले, सड़क पर चलते हुए हर पल डर लगता था कि कहीं कोई वाहन अचानक सामने न आ जाए। लेकिन अब, डिवाइडर बनने के बाद यह डर कम हो जाएगा।”
एक अन्य निवासी, रजनी देवी, कहती हैं, “स्कूल जाते समय बच्चों को जाम में फंसे देखना बहुत दुखद होता था। अब डिवाइडर बनने से हमें समय पर गंतव्य तक पहुंचने में मदद मिलेगी।”
एक कड़ा निर्णय: अस्थायी डिवाइडर का विकल्प क्यों?
छिबरामऊ की सड़कों की चौड़ाई हर जगह एक जैसी नहीं है। कई स्थानों पर, सड़क किनारे अवैध निर्माण और दुकानों के अतिक्रमण ने जगह कम कर दी है। ऐसे में स्थायी डिवाइडर बनाना मुश्किल था।
इस समस्या का समाधान निकालते हुए, पालिका ने अस्थायी डिवाइडर लगाने का निर्णय लिया। यह निर्णय विवादास्पद था, लेकिन जनता के व्यापक समर्थन ने इसे सफल बनाया।
अतीत की सीख: क्यों देर से हुआ निर्माण?
छिबरामऊ के लोग पिछले कई सालों से इस डिवाइडर के निर्माण का इंतजार कर रहे थे। लेकिन नौकरशाही की धीमी प्रक्रिया और कुछ स्थानीय विवादों ने इस परियोजना को बार-बार रोक दिया।
हालांकि, जब सौरिख तिराहा पर बने डिवाइडर ने यातायात को आसान बनाया, तब नगर पालिका ने इसे पूरे मुख्य मार्ग पर लागू करने का निर्णय लिया।
विकास की नई राह: छिबरामऊ का भविष्य
डिवाइडर निर्माण केवल एक शुरुआत है। पालिका अध्यक्ष मनोज दुबे ने बताया कि यह कदम छिबरामऊ को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने की दिशा में पहला कदम है। इसके साथ ही, शहर में अन्य सुधार योजनाएं भी चल रही हैं, जैसे कि स्ट्रीट लाइट्स की स्थापना, सड़क चौड़ीकरण, और अवैध अतिक्रमण हटाना।
मनोज दुबे का कहना है, “हमारा लक्ष्य छिबरामऊ को ऐसा शहर बनाना है, जहां हर व्यक्ति सुरक्षित और सुगम यातायात का अनुभव कर सके। यह डिवाइडर निर्माण उसी लक्ष्य की दिशा में हमारा पहला प्रयास है।”
उम्मीदों का नया सवेरा
छिबरामऊ में डिवाइडर का निर्माण एक ऐतिहासिक कदम है, जो न केवल जाम की समस्या को हल करेगा, बल्कि शहर की संरचना और यातायात प्रबंधन को भी एक नई दिशा देगा।
यह एक उदाहरण है कि कैसे सही योजना और स्थानीय प्रशासन के समर्पण से समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। छिबरामऊ के लोग अब अपने शहर के उज्ज्वल भविष्य की ओर देख रहे हैं, जहां यातायात के झंझटों से मुक्ति मिल सकेगी और विकास की नई कहानी लिखी जाएगी।
आपका क्या विचार है? क्या इस डिवाइडर से छिबरामऊ की यातायात समस्या का समाधान होगा? हमें नीचे कमेंट में जरूर बताएं।