रिपोर्टिंग तिथि: 26 मई 2025
छिबरामऊ और ललकापुर (कन्नौज जिला, उत्तर प्रदेश)
छिबरामऊ में इन दिनों पुलिस की सख्ती का माहौल बना हुआ है। शहर की गलियों से लेकर आस-पास के गांवों तक, हर कोई यही पूछ रहा है — “कागज़ पूरे हैं क्या?”
पिछले कुछ महीनों में छिबरामऊ पुलिस ने दर्जनों ई-रिक्शा जब्त किए हैं, जिनके दस्तावेज़ या तो अधूरे थे या फिर पूरी तरह से फर्जी। इससे पहले कि लोग इस कार्रवाई को भूल पाते, एक और बड़ी कार्रवाई ने सभी को चौंका दिया।

25 मई 2025 को, छिबरामऊ के पास ललकापुर इलाके में पुलिस द्वारा अचानक दोपहिया वाहनों की चेकिंग की गई। हेलमेट, लाइसेंस, बीमा और गाड़ी के रजिस्ट्रेशन पेपर — सब कुछ जांचा गया।
जिनके पास पूरे दस्तावेज़ नहीं थे, उन पर मोटा चालान ठोंक दिया गया।
ललकापुर से शुरू हुई चेकिंग ने बढ़ाया लोगों का टेंशन
ललकापुर में हुई यह चेकिंग सुबह 10 बजे से शुरू हुई और दोपहर 2 बजे तक चली। इस दौरान कुल 85 से ज़्यादा दोपहिया वाहनों की जांच की गई।
पुलिस ने मौके पर ही 42 लोगों का चालान काटा और 6 गाड़ियों को जब्त कर लिया। यह चेकिंग अचानक की गई थी, जिससे ज्यादातर लोग पूरी तैयारी में नहीं थे।
रमेश यादव, जो पेशे से एक दूध व्यापारी हैं, हर दिन अपने स्कूटर से गांव-गांव जाकर दूध सप्लाई करते हैं। उन्होंने बताया:
“मैं तो बस दूध देने जा रहा था, लेकिन गाड़ी का बीमा खत्म हो चुका था, इसलिए ₹2000 का चालान भरना पड़ा। अब टाइम पर रिन्यू करूंगा।”
ई-रिक्शा चालकों पर भी है प्रशासन की नजर

छिबरामऊ में पिछले कुछ महीनों में ई-रिक्शा की संख्या काफी बढ़ गई है। ये सस्ते साधन माने जाते हैं और रोज़मर्रा की यात्रा के लिए काफी सुविधाजनक हैं।
लेकिन अधिकतर ई-रिक्शा चालकों के पास न तो गाड़ी के पूरे कागज़ात हैं और न ही ड्राइविंग लाइसेंस।
जनवरी से अब तक पुलिस ने करीब 70 ई-रिक्शा जब्त किए हैं।
इनमें से 40 गाड़ियों के मालिकों ने अभी तक अपने कागज़ पूरे नहीं करवाए हैं, जिसके कारण उनके रिक्शा अब तक पुलिस स्टेशन में खड़े हैं।
एक ई-रिक्शा चालक शिवकुमार, जो बस स्टैंड के पास सवारी ढोते हैं, बताते हैं:
“हम तो रोज़ की कमाई पर जीते हैं। कागज़ बनवाना महंगा पड़ता है और एजेंट लोग ज़्यादा पैसे मांगते हैं। लेकिन अब तो डर लगने लगा है कि कहीं रोज़ की कमाई भी ना चली जाए।”
पुलिस का कहना: कानून का पालन करें वरना कार्रवाई तय है
छिबरामऊ कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि यह कार्रवाई आम जनता की सुरक्षा के लिए की जा रही है।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि:
“बिना लाइसेंस, बीमा या रजिस्ट्रेशन के वाहन चलाना न सिर्फ कानून का उल्लंघन है, बल्कि यह खुद वाहन चालक और अन्य लोगों की जान को भी जोखिम में डालता है।
आने वाले समय में यह चेकिंग और भी सख्त होगी। सभी नागरिकों से अनुरोध है कि समय रहते अपने कागज़ पूरे करवा लें।”
सड़कें हुईं खाली, लोग बदलने लगे रास्ते
पुलिस की इस सख्ती के बाद शहर की मुख्य सड़कों पर अचानक ट्रैफिक कम हो गया है।
जहां पहले सुबह और शाम के समय छिबरामऊ की सड़कें जाम से भर जाती थीं, अब वहां सन्नाटा दिखाई दे रहा है।
कई लोग अब मेन रोड से बचकर गलियों और छोटे रास्तों से निकलने लगे हैं।
ट्रैक्टर, बाइक, और यहां तक कि छोटे ट्रक तक अब गांव की पगडंडियों से निकल रहे हैं ताकि पुलिस की नजर से बच सकें
क्या करें? — जानिए अपने दस्तावेज़ कैसे चेक और अपडेट करें
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ड्राइविंग लाइसेंस — parivahan.gov.in पर जाकर चेक करें कि आपका लाइसेंस वैध है या नहीं।
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गाड़ी का बीमा — अपनी बीमा कंपनी के ऐप या वेबसाइट से अपडेट करें।
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पॉल्यूशन सर्टिफिकेट (PUC) — नजदीकी पेट्रोल पंप या अधिकृत सेंटर से बनवाएं।
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रजिस्ट्रेशन पेपर — गाड़ी खरीदते समय जो आरसी मिली थी, उसे सुरक्षित रखें। डुप्लिकेट की जरूरत हो तो RTO से संपर्क करें।
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