Chhibramau 15-September-2024: छिबरामऊ में स्थित रेवती गैस एजेंसी, जो भारत गैस एलपीजी गैस की सप्लाई करती है, के ग्राहकों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना है। KYC (Know Your Customer) प्रक्रिया को पूरा करने की अंतिम तिथि 15 सितंबर 2024 निर्धारित की गई है। यह KYC प्रक्रिया ग्राहकों के गैस कनेक्शन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अनिवार्य है। लेकिन, एजेंसी पर आने वाले कई ग्राहक यह शिकायत कर रहे हैं कि जब वे KYC के लिए जाते हैं, तो वहां के कर्मचारी उन्हें यह कहकर वापस भेज रहे हैं कि “अभी सर्वर नहीं चल रहा है” और KYC की तारीख आगे बढ़ाई जा सकती है।
KYC ना होने का डर
रेवती गैस एजेंसी के कई ग्राहकों में यह डर पैदा हो रहा है कि अगर 15 सितंबर 2024 तक उनकी KYC प्रक्रिया पूरी नहीं हुई, तो कहीं उनका गैस कनेक्शन कट न जाए। गैस कनेक्शन कटने से उन्हें घर में रसोई से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जो रोजमर्रा की ज़िंदगी में बहुत असुविधाजनक होगा। इस डर के चलते लोग KYC कराने के लिए बार-बार एजेंसी जा रहे हैं, लेकिन सर्वर से संबंधित समस्या के कारण उन्हें हर बार निराश होकर लौटना पड़ रहा है।
कर्मचारियों की लापरवाही और ग्राहकों की शिकायतें
कुछ ग्राहकों ने यह भी आरोप लगाया है कि रेवती गैस एजेंसी के कर्मचारी सही तरीके से जानकारी नहीं दे रहे हैं। कई बार ग्राहकों को यह कहकर टाल दिया जाता है कि “सर्वर अभी नहीं चल रहा है,” और इस कारण KYC प्रक्रिया में अनावश्यक देरी हो रही है।
इसके अलावा, कुछ ग्राहकों का कहना है कि एजेंसी के कर्मचारी उनसे सही व्यवहार नहीं कर रहे हैं। वे ग्राहकों के सवालों का सही जवाब देने के बजाय अकड़कर बात कर रहे हैं, और कुछ मामलों में तो गाली-गलौच की स्थिति भी उत्पन्न हो गई है। यह ग्राहकों के लिए न केवल असुविधाजनक है, बल्कि अपमानजनक भी है।
ग्राहकों की परेशानी और नाराजगी
इन हालातों में, ग्राहक खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं। रेवती गैस एजेंसी पर हो रही इस लापरवाही और कर्मचारियों के गलत व्यवहार ने लोगों में नाराजगी पैदा कर दी है। KYC की अंतिम तिथि के करीब आते-आते स्थिति और भी गंभीर होती जा रही है, और ग्राहक एजेंसी से यह उम्मीद कर रहे हैं कि उन्हें सही समय पर उनकी समस्याओं का समाधान मिलेगा।
सर्वर समस्या की वास्तविकता
यह समस्या केवल छिबरामऊ की रेवती गैस एजेंसी तक ही सीमित नहीं है। कई अन्य गैस एजेंसियों में भी KYC प्रक्रिया के दौरान सर्वर डाउन होने की समस्याएं सामने आई हैं। हालांकि, ग्राहकों का यह मानना है कि अगर समय रहते इन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। खासकर ऐसे समय में, जब KYC प्रक्रिया को अनिवार्य कर दिया गया है, सर्वर की समस्या और कर्मचारियों की लापरवाही ग्राहकों की चिंताओं को और बढ़ा रही है।
समाधान की आवश्यकता
इन समस्याओं को हल करने के लिए यह जरूरी है कि गैस एजेंसी के कर्मचारी ग्राहकों के साथ अच्छे से व्यवहार करें और सही जानकारी प्रदान करें। इसके साथ ही, एजेंसी को चाहिए कि वह सर्वर की समस्याओं का तुरंत समाधान करे, ताकि ग्राहकों को असुविधा का सामना न करना पड़े। इसके अलावा, गैस एजेंसी को KYC प्रक्रिया की अंतिम तिथि के बारे में स्पष्ट रूप से जानकारी देनी चाहिए, ताकि ग्राहकों में किसी भी प्रकार का भ्रम न हो।
क्या हो सकते हैं कदम?
- कर्मचारियों की ट्रेनिंग: एजेंसी के कर्मचारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे ग्राहकों के साथ अच्छे से पेश आएं। उन्हें सही जानकारी प्रदान करें और अगर किसी कारणवश सर्वर डाउन हो, तो ग्राहकों को सही समय पर KYC प्रक्रिया के बारे में सूचित करें।
- सर्वर समस्या का समाधान: सर्वर की समस्याओं को जल्द से जल्द हल करने के लिए तकनीकी टीम को सक्रिय होना चाहिए, ताकि ग्राहक बार-बार आकर निराश न हों।
- ग्राहकों की जागरूकता: गैस एजेंसी को अपने ग्राहकों को KYC प्रक्रिया की सही स्थिति के बारे में अवगत कराना चाहिए, ताकि ग्राहक एजेंसी पर जाकर बार-बार परेशान न हों।
- वैकल्पिक व्यवस्था: अगर सर्वर की समस्या बनी रहती है, तो गैस एजेंसी को कोई वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए, जिससे KYC प्रक्रिया में ग्राहकों को मदद मिल सके।