छिबरामऊ: 24 मई 2025
Reporting by- Ramprakash Chaturvedi:
छिबरामऊ में 23 मई 2025 की शाम को तालग्राम तिराहे पर, जहां आमतौर पर लोग चाय की चुस्कियों के साथ दिन का आख़िरी वक्त गुज़ारते हैं, वहां एक जोरदार धमाका हुआ। दो भारी-भरकम ट्रक आमने-सामने से टकरा गए और इलाका शोर और अफरा-तफरी से गूंज उठा।
इस दुर्घटना में पीछे वाले ट्रक की आगे की बॉडी पूरी तरह उखड़ गई, और ड्राइवर किसी तरह जान बचाकर बाहर निकला। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई… असली ड्रामा तो इसके बाद शुरू हुआ!

टक्कर के बाद आमना-सामना: जब दो ड्राइवर भिड़ गए!
जैसे ही दोनों ट्रक रुके, लोग दौड़कर घटनास्थल पर पहुंचे। किसी को लगा कि किसी की जान चली गई होगी, तो किसी ने फौरन पुलिस को कॉल कर दिया। लेकिन जब ट्रकों के ड्राइवर बाहर निकले (Truck accident talgram tiraha Chhibramau news), तो दोनों एक-दूसरे को देख आगबबूला हो गए।
“तू पीछे से क्यों घुसा?” – आगे वाले ड्राइवर ने चिल्लाते हुए कहा।
“तू अचानक क्यों रूका?” – पीछे वाला बोला।
बात इतनी बढ़ गई कि दोनों हाथापाई पर उतर आए। सड़क पर जमा हो चुकी भीड़ ये सब देखती रही, कुछ लोगों ने वीडियो बनाना शुरू कर दिया, जबकि कुछ ने उन्हें अलग करने की कोशिश की।
स्थानीय लोगों ने समझदारी दिखाई
लगभग 15 मिनट तक माहौल तनावपूर्ण रहा। फिर वहां मौजूद कुछ जिम्मेदार और समझदार लोगों ने पहल की और दोनों ट्रक चालकों को अलग किया। एक दुकानदार, राजेश यादव ने बताया –
“हमने देखा कि लड़ाई बढ़ती जा रही है, तो हम चार-पांच लोग मिलकर बीच में गए। पहले उन्हें पानी पिलाया और फिर दोनों से बात की।”
धीरे-धीरे जब मामला शांत हुआ, तब असल वजह सामने आई – और वह थी गलतफहमी।
गलतफहमी कैसे बनी टक्कर की वजह?
जब दोनों ट्रक ड्राइवरों से बातचीत हुई, तो पता चला कि आगे वाले ट्रक ड्राइवर ने अचानक ब्रेक लगाया क्योंकि उसे लगा सामने कोई बाइकवाला मुड़ने वाला है। वहीं पीछे वाला ड्राइवर यही समझ बैठा कि आगे वाला ट्रक रुकने वाला नहीं है, इसलिए उसने रफ्तार कम नहीं की। इस गलतफहमी का नतीजा – टक्कर।
इस घटना ने ये साबित कर दिया कि सड़क पर सिर्फ तेज़ रफ्तार ही नहीं, बल्कि असमझदारी और जल्दबाज़ी भी हादसों की बड़ी वजह बन सकती है।
प्रत्यक्षदर्शियों की जुबानी
घटनास्थल पर मौजूद एक चश्मदीद, मुकेश पाल ने कहा –
“मैं दुकान पर बैठा था तभी ज़ोरदार आवाज़ आई। लगा जैसे कोई बम फटा हो। दौड़कर पहुंचा तो देखा दोनों ट्रक भिड़े हुए हैं। एक ट्रक की आगे की बॉडी चकनाचूर थी।”
दूसरे स्थानीय निवासी, ने बताया –
“हमें लगा कि कोई बड़ा हादसा हुआ है। बच्चों को घर के अंदर कर दिया और खुद जाकर देखा। अच्छी बात ये रही कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई।”
पुलिस की मौजूदगी और कार्यवाही
थोड़ी देर में छिबरामऊ पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने ट्रकों को सड़क से हटाने का इंतजाम किया ताकि ट्रैफिक सामान्य हो सके। दोनों ड्राइवरों के बयान लिए गए और मामला आपसी समझौते के आधार पर शांत कर दिया गया।
पुलिस चौकी इंचार्ज का कहना था –
“अक्सर ऐसे मामले गलतफहमी और असावधानी से होते हैं। हम लोगों से अपील करते हैं कि ट्रक या किसी भी भारी वाहन को चलाते समय विशेष सावधानी रखें।”
सबक
इस घटना से हमें कुछ अहम बातें सीखने को मिलती हैं:
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सड़क पर धैर्य सबसे बड़ा हथियार है।
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यदि आगे कोई वाहन अचानक रुक जाए तो तुरंत ब्रेक मारने की बजाय दूरी बनाए रखें।
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सड़क पर गुस्सा और लड़ाई नहीं, समझदारी से काम लें।
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दूसरे की गलती पर हमला करने से पहले कारण जानने की कोशिश करें।